राष्ट्र का गौरव (सफर) 2014
नरेंंद्र दामोदर दास मोदी एक ऐसा नाम जिसके प्रत्येक शब्द की अनोखी विशेषताएँ हैं।
नाम की विशेषता :
प्रथम शब्द 'नरेंंद्र'का अर्थ राजा होता है। उसके लिए प्रजा ही सब कुछ होता है। जो प्रजा की सुख और शान्ति के लिए प्रयत्नशील रहता है।
दूसरा शब्द 'दामोदर' का अर्थ विष्णु, जो अपने भक्तों की रक्षा हेतु इस धरती पर अवतार लेते हैं।जब-जब पृथ्वी पर अत्याचार या अधर्म बढता है, भगवान विष्णु अवतरित होकर अत्याचारी का संहार कर शान्ति,अमन और धर्म की स्थापना करते हैं।
तीसरा शब्द 'दास'का अर्थ सेवक होता है।एक सेवक का धर्म और कर्तव्य सेवा करना है। वह इस कार्य में स्वयं को समर्पित कर देता है।एक सच्चा सेवक मेंं निःस्वार्थ सेवा भावना होती है।
चौथा शब्द 'मोदी' का अर्थ अन्नदाता, जिसका लक्ष्य प्रत्येक जरूरतमंद की आवश्यकता को पूर्ण करना होता है। जनसमुदाय की मूल आवश्यकताऐं,जैसे-भूखे को भोजन उपलब्ध कराना उसकी पहली प्राथमिकता होती है।
नरेंद्र दामोदर दास मोदी, नाम के प्रत्येक शब्द के अर्थ से यह ज्ञात होता है कि इनमें ईश्वरीय शक्तियों का समावेश है।इनके शरीर मे दैवीय उर्जा का संचार होता है।इस बात से इनकार भी नहीं किया जा सकता है कि ये ईश्वर के अवतार हैं।
नरेंद्र मोदी,भारत के प्रथम ऐसे प्रधानमंत्री हैं जो जमीन से जुड़कर आम जनों के कष्टों के प्रति संवेदनशील रहते हैं।ये सभी को एक ही ईश्वर की संतान समझते हैं।अच्छे और बुरे सबके प्रति समान भावना का वहन करते है एवं बुराई त्यागकर अच्छाई ग्रहण करनेवालों का स्वागतपूर्ण आमंत्रित करते हैं।
गरीबी उन्मूलन :
हमारा देश पूर्णविकसित मंजिल की प्राप्ति हेतु तीव्र गति से आगे बढ रहा है।इसके उपरांत भी गरीबों की सूची बहुत लंबी है।गरीबी उन्मूलन भी मोदीजी का अहम उद्देश्य है।इनके द्वारा गरीबों की मूल आवश्यकताएंं पूर्ण करने के साथ उनकी सामाजिक एवं आर्थिक स्थितियों में सुधार एवं सुदृढ़ कर समाज की मुख्य धारा मेंं जोड़ने हेतु प्रयासरत हैं।इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए अनेक योजना और कार्यक्रम क्रियान्वित किए जा रहे हैं।वर्तमान समय मेंं उनकी स्थितियों मेंं बहुत हद तक सुधार देखा जा रहा है। मोदीजी के निर्देशानुसार उनको अपने दायित्वों का एहसास कराकर उन्हें एक जिम्मेदार नागरिक बनाने की दिशा मे सार्थक कदम उठाए जा रहे हैं।उन्हें आवश्यक संसाधन उपलब्ध किए जा रहे हैं जिससे वे राष्ट्र के विकास में अपनी भूमिका का निर्वाह कर सके।अन्तर्राष्ट्रीय रणनीति :
नरेंद्र मोदीजी विलक्षण प्रतिभा के भंडार हैं।अंतर्राष्ट्रीय मंच पर अपने नेक विचारों को साझा कर सबकी सोच को एक नई दिशा प्रदान की है।परिणामस्वरूप आज भारत के साथ विश्व के अनेक राष्ट्र कदम से कदम मिलाकर विश्व मेंं शान्ति एवं विकास के लिए प्रयत्नशील हैं। इनकी रणनीति काबिल-ए-तारीफ है।आतंकवाद से निबटने हेतु विश्व समर्थन को अहमियत दी और अन्तर्राष्ट्रीय संबंधों को मजबूत नींव देने की दिशा मेंं अग्रसर रहे।कश्मीर समस्या :
अपने राष्ट्र की एक महत्वपूर्ण परंतु अलग-थलग पड़े उपेक्षित राज्य की सारी विषमताओं को दूरकर उसे अपने ह्रदय मेंं बसाया जहाँ दहशतगर्दियोंं के द्वारा आतंक का बीजारोपण कर आतंकवादी घटनाओं को अंजाम दिया जा रहा था।इस तरह मोदी जी ने ठोस कार्यवाही कर पुनः एकता और अखंडता का बिगुल बजाया।सामाजिक बदलाव :
मोदीजी देश मेंं एक ऐसे परिवर्तन लाने का बीड़ा उठाया है जिसकी भारतवासियों ने कभी कल्पना भी नहींं की होगी।उनके नस-नस में अपने देशवासियों के कल्याण की भावना संचरित होती है।उनकी यह सोच है कि राष्ट्र के सभी नागरिकों को अपने अधिकार एवं कर्तव्य से परिचित होना पड़ेगा और उसे अपने जीवन मेंं ढालना होगा।स्त्रियों की समस्या :
इस समस्या को लेकर मोदी जी काफी गंभीर थे। ग्रामीण महिलाओं हेतु भोजन तैयार करने के लिए इंधन की व्यवस्था कर उन्हें बहुत बड़ी चिंता से मुक्त कर दिया है।मुस्लिम महिलाओं को तीन तलाक जैसी सामाजिक कुरीतियों से निजात दिलाई।अब ये महिलाएं अपने आपको इस आधुनिक समाज मेंं सुरक्षित महसूस कर रहींं हैं।बेरोजगारी की समस्या :
देश मे लंबे समय से व्याप्त बेरोजगारी को लेकर मोदी जी काफी चिंतित हैं।वर्तमान मे ये रोजगार के अनेक साधन उपलब्ध कराएं हैं जो प्रशंसनीय है।इसके साथ ही वे अंतर्राष्ट्रीय मंच से अनेक विदेशी व्यापारियों से अपील कर व्यापार हेतु अपने देश मेंं आमंत्रित किए हैं जिससे रोजगार के संभावनाएं प्रबल हो सकते हैं। यद्यपि बेरोजगारी की समस्या तीव्र गति से बढती जनसंख्या से जुड़ा है।बढती जनसंख्या पर अंकुश देश के लिए सबसे बड़ी चुनौती है।इसके समाधान हेतु सभी नागरिकों को एकमत होना पड़ेगा। इससे निजात पाने के लिए देश को सख्त से सख्त कानून बनाने की आवश्यकता है एवं उसे कठोरता से लागू करना अवश्यंभावी मांग है क्योंकि यह राष्ट्रहित से जुड़ा मुद्दा है, इसलिए इस अभियान मेंं प्रत्येक नागरिक के सक्रिय सहयोग कीआवश्यकता है अन्यथा हमारा राष्ट्र चीन को पीछे छोड़कर उसका स्थान प्राप्त कर सकता है।स्वच्छता का संकल्प :
गांधीजी के स्वच्छता के सपने को आकार देने मेंं मोदीजी सर्वाधिक महत्ता दी।उसे हकीकत मेंं परिवर्तित करने की दिशा में निरन्तर प्रयासरत रहे और इसके लक्ष्य की प्राप्ति हेतु सारे देशवासियों को भागीदार बनाया।पर्यावरण संकट :
आतंकवाद के साथ विश्व के सामने पर्यावरण की विकट समस्या तेजी से उभर रही है। यह किसी एक राष्ट्र की समस्या नही बल्कि विश्व के सभी राष्ट्र इससे ग्रसित हैं।यद्यपि इसके उत्थान हेतु हम मानव ही जिम्मेदार हैं।हमने अपने स्वार्थ सिद्धि हेतु पर्यावरण को नष्ट किया है।किसी पर आरोप लगाने के विपरीत हमें एकजुट होकर अपने जीवन शैली मेंं बदलाव कर पर्यावरण के संवर्धन एवं संरक्षण हेतु सार्थक कदम उठाने होंगे।जिससे अनुकूल परिणाम प्राप्त हो सके इस तरह वर्तमान तथा नई पीढी को स्वस्थ पर्यावरण प्राप्त हो सके। साथ ही नई पीढ़ी को दुष्परिणाम भुगतना ना पड़े।नरेन्द्र मोदीजी इस विकट समस्या के निदान हेतु ठोस निर्णय लिए हैं एवं विश्व समुदाय से संगठित होने की अपील की है।
वर्तमान समय में नरेन्द्र मोदीजी के रूप में देशवासियों को ऐसे शासक प्राप्त हुए हैं जिनका लक्ष्य देश और विश्व का कल्याण करना है। इनमे एक अद्भुत प्राकृतिक क्षमता है जिसके कारण ये सबके दिलों मेंं बस गए हैं एवं विश्व मे लोकप्रिय हो गए हैं। प्रत्येक नागरिक इनके निर्णय का स्वागत के साथ इनकी लंबी आयु की कामना करते हैं।देशहित मेंं इनके साथ तत्पर रहने को हम वचनबद्ध हैं । इनकी प्रतिभाशाली व्यक्तित्व से प्रवासी भारतीय गौरवान्वित महसूस करते हैं। हमें ऐसे कर्मठ व्यक्तित्व से प्रेरित होकर इनके सिद्धांतों का अनुसरण करना चाहिए जिससे सबका कल्याण हो सके और हमारा राष्ट्र विकास की चरम सीमा को प्राप्त कर सके।
धन्यवाद।
Adbhut lekhan ke liye dhanyavad
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