समास
समास का अर्थ :
समास की परिभाषा :
समास और संधि में अंतर :
समास के पद :
सामासिक पद :
समास विग्रह :
समास के भेद :
समास का अर्थ संक्षिप्तिकरण होता है। इसका शाब्दिक अर्थ लघु रूप होता है। इसमें दो शब्दों को योग एवं संक्षिप्त कर एक नया शब्द बनाया जाता है। यह नया शब्द समास कहलाता है। इसके प्रयोग से भाषा प्रभावशाली हो जाता है। शब्द को जोड़ते समय कारक चिह्न/विभक्ति/परसर्ग को हटा दिया जाता है। विभक्ति चिह्न के बिना भी यह शब्द अर्थसहित होता है। इसे अंग्रेजी में compound कहा जाता है।समास की परिभाषा :
दो या दो से अधिक शब्दों को मिलाकर एक नवीन सार्थक शब्द बनाने की प्रक्रिया को समास कहा जाता है। इसे शब्द निर्माण करने की प्रक्रिया भी कहते हैं।समास और संधि में अंतर :
समास शब्दों के मेल से बनता है लेकिन संधि में वर्णों का मेल होता है।
समास के पद :
समास के दो पद होते हैं - पूर्व पद और उत्तर पद ।पूर्व पद :
समास में उपलब्ध पहले शब्द को पूर्व पद कहा जाता है।उत्तर पद :
समास में उपलब्ध दूसरे शब्द को उत्तर पद कहा जाता है।उदाहरण - दवाखाना = दवा + खाना = दवा का घर
उपरोक्त समास शब्द 'दवाखाना' में 'दवा' पहला शब्द अर्थात पूर्व पद है तथा दूसरा शब्द 'खाना' उत्तर पद है।
सामासिक पद :
समास विधि से बना नया शब्द सामासिक पद कहलाता है। इसमें पूर्व पद और उतर पद दोनों एक साथ उपलब्ध रहते हैं। इसे समस्त पद भी कहा जाता है।पूर्व पद + उत्तर पद = सामसिक पद (समस्त पद)
राज + पुत्र = राजपुत्र
समास विग्रह :
सामासिक पद को अलग या खंडित करने की प्रक्रिया को समास विग्रह कहा जाता है। दूसरे शब्दों में, समस्त पद का विस्तृत रूप समास विग्रह कहलाता है। विग्रह के पश्चात समस्त पद का लोप हो जाता है एवं कारक चिह्न/ विभक्ति/परसर्ग का प्रयोग होता है।कमलनयन = कमल + नयन = कमल के समान नयन
उदाहरण :
समस्त पद दोनों पद विग्रह
आजीवन आ + जीवन जीवन भरमनचाहा मन + चाहा मन से चाहा
नरसिंह नर + सिंह नर रूपी सिंह
चौपाया चौ + पाया चार पैरों का समूह
माता-पिता माता+ पिता माता और पिता
महादेव महा + देव देवों में महान
समास के भेद :
समास के छ: भेद होते हैं।1.अव्ययीभाव समास
2.तत्पुरूष समास
3.कर्मधारय समास
4.द्विगु समास
5.द्वंद्व समास
6.बहुब्रीहि समास
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